नैटग्रिड ने किया आग्रह, अपराधों पर नियंत्रण के लिए करें डाटाबेस का उपयोग

नई दिल्ली। देश में बढ़ रहे अपराध और आतंकी घटनाआंे पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड अर्थात नैटग्रिड ने चिंता व्यक्त की है। उसने सभी राज्यों से यह आग्रह किया है कि यदि उनके यहां अपराधों या आतंकवादी घटनाओं पर नियंत्रण करना है तो उसके डाटाबेस का सक्रिय रूप से उपयोग करें।
नैटग्रिड के साथ संपर्क बढ़ाने को भी कहा गया
कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ खुफिया और जांच संबंधी रीयल टाइम जानकारी साझा करने वाले नैटग्रिड ने सभी राज्यों से आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए उसके डाटाबेस का सक्रिय ढंग से इस्तेमाल करने को कहा है। इसके साथ ही सभी राज्यों के पुलिस बलों को नैटग्रिड के साथ संपर्क बढ़ाने को भी कहा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम कर रही यह राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड अन्य जानकारी के अलावा, आतंकवादी गतिविधियों, संगठित आपराधिक गिरोहों, वित्तीय लेनदेन, आव्रजन, जाली मुद्रा और मादक पदार्थों के प्रचलन पर अपना डाटाबेस 11 केंद्रीय एजेंसियों और सभी राज्य पुलिस बलों के साथ साझा करता है। नैटग्रिड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीयूष गोयल ने सभी राज्यों के पुलिस प्रमुखों को लिखे पत्र में अनुरोध किया है कि वे अपने-अपने बलों में नैटग्रिड के उपयोग को बढ़ाएं ताकि सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ सके तथा उन्हें प्रभावी समाधान के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
समीक्षा करने का सुझाव भी दिया
गोयल ने पत्र में समय-समय पर अपनी बैठकों में इसकी समीक्षा करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने बताया कि नैटग्रिड समाधान में और अधिक सुविधाएं/कार्यक्षमताएं जोड़ने का काम जारी रखे है और नियमित प्रशिक्षण/प्रतिक्रिया सत्र आयोजित कर रहा है। नैटग्रिड, जहां भी आवश्यक हो पुलिस अधिकारियों के लिए समर्पित प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित कर सकता है।
आंध्र, हरियाणा और राजस्थान की सराहना
गोयल ने पत्र में कहा, मैं आंध्र प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और असम की नैटग्रिड समाधान का निरंतर इस्तेमाल करने के लिए सराहना करना चाहूंगा। जनवरी-जून 2025 की अवधि के लिए ये शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं। उन्होंने तमिलनाडु के प्रयासों की भी सराहना की जिसने जून में एक महीने में कम से कम एक जानकारी प्राप्त करने की अर्जी देने वाले सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या में चार गुना वृद्धि दर्ज की है।